हिमाचल में भी बढ़ रहे सर्वाइकल कैंसर के मामले, जानें- क्या हैं इसके लक्षण और बचाव का तरीका

शिमला: हिमाचल प्रदेश में भी सर्वाइकल कैंसर के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। यह महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है। 2023 में, हिमाचल प्रदेश में सर्वाइकल कैंसर के 1,500 से अधिक नए मामले सामने आए थे और 500 से अधिक महिलाओं की इस बीमारी से मौत हो गई थी।

सर्वाइकल कैंसर के लक्षण:

  • योनि से असामान्य रक्तस्राव, खासकर संभोग के बाद
  • योनि से पानी जैसा या बदबूदार स्राव
  • पेट में दर्द या ऐंठन
  • थकान
  • कमजोरी
  • वजन कम होना
  • पैरों में सूजन

सर्वाइकल कैंसर से बचाव:

  • टीकाकरण: 9-14 वर्ष की लड़कियों को सर्वाइकल कैंसर के टीके लगाए जाने चाहिए।
  • नियमित पैप स्मीयर परीक्षण: 30 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को हर 3 साल में पैप स्मीयर परीक्षण करवाना चाहिए।
  • सुरक्षित यौन संबंध: यौन संबंधों के दौरान कंडोम का उपयोग करने से सर्वाइकल कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।
  • धूम्रपान न करें: धूम्रपान सर्वाइकल कैंसर के खतरे को बढ़ाता है।
  • स्वस्थ जीवनशैली: स्वस्थ भोजन खाएं, नियमित व्यायाम करें और स्वस्थ वजन बनाए रखें।

सरकारी पहल:

हिमाचल प्रदेश सरकार सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ लड़ाई में कई पहल कर रही है। सरकार ने राज्य में मुफ्त टीकाकरण अभियान शुरू किया है और महिलाओं को पैप स्मीयर परीक्षण करवाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

निष्कर्ष:

सर्वाइकल कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इसके बारे में जागरूकता बढ़ाकर और टीकाकरण और नियमित जांच के माध्यम से इसे रोका जा सकता है। यदि आपको सर्वाइकल कैंसर के कोई लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

शिमला: हिमाचल प्रदेश में भी सर्वाइकल कैंसर के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। यह महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है। 2023 में, हिमाचल प्रदेश में सर्वाइकल कैंसर के 1,500 से अधिक नए मामले सामने आए थे और 500 से अधिक महिलाओं की इस बीमारी से मौत हो गई थी।

सर्वाइकल कैंसर के लक्षण:

  • योनि से असामान्य रक्तस्राव, खासकर संभोग के बाद
  • योनि से पानी जैसा या बदबूदार स्राव
  • पेट में दर्द या ऐंठन
  • थकान
  • कमजोरी
  • वजन कम होना
  • पैरों में सूजन

सर्वाइकल कैंसर से बचाव:

  • टीकाकरण: 9-14 वर्ष की लड़कियों को सर्वाइकल कैंसर के टीके लगाए जाने चाहिए।
  • नियमित पैप स्मीयर परीक्षण: 30 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को हर 3 साल में पैप स्मीयर परीक्षण करवाना चाहिए।
  • सुरक्षित यौन संबंध: यौन संबंधों के दौरान कंडोम का उपयोग करने से सर्वाइकल कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।
  • धूम्रपान न करें: धूम्रपान सर्वाइकल कैंसर के खतरे को बढ़ाता है।
  • स्वस्थ जीवनशैली: स्वस्थ भोजन खाएं, नियमित व्यायाम करें और स्वस्थ वजन बनाए रखें।

सरकारी पहल:

हिमाचल प्रदेश सरकार सर्वाइकल कैंसर के खिलाफ लड़ाई में कई पहल कर रही है। सरकार ने राज्य में मुफ्त टीकाकरण अभियान शुरू किया है और महिलाओं को पैप स्मीयर परीक्षण करवाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

निष्कर्ष:

सर्वाइकल कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इसके बारे में जागरूकता बढ़ाकर और टीकाकरण और नियमित जांच के माध्यम से इसे रोका जा सकता है। यदि आपको सर्वाइकल कैंसर के कोई लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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