कांग्रेस और AAP के बीच पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने पर सहमति
नई दिल्ली:
- कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) ने पंजाब में 2024 के लोकसभा चुनाव में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
- दिल्ली में गठबंधन पर बातचीत जारी है, लेकिन AAP ने कहा है कि बिना गठबंधन के बीजेपी की राह आसान हो जाएगी।
- AAP ने दिल्ली में कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग पर बातचीत जारी होने की पुष्टि की है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा:
- “पंजाब में कांग्रेस और AAP ने आपसी सहमति से अलग–अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हमारे बीच कोई मनमुटाव नहीं है।”
- “दिल्ली में कांग्रेस से गठबंधन पर बातचीत जारी है। दिल्ली में बिना गठबंधन बीजेपी की राह आसान हो जाएगी।”
- “AAP और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग पर बातचीत जारी है। दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन होगा।”
भाजपा ने AAP और कांग्रेस के बीच समझौते की आलोचना की है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा:
- “AAP और कांग्रेस का गठबंधन अवसरवादी है। यह जनता के साथ धोखा है।”
पंजाब में AAP ने सभी 13 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। कांग्रेस ने भी AAP के फैसले का स्वागत किया है।
पंजाब में विपक्ष में कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा:
- “पंजाब में कांग्रेस प्रमुख विपक्षी दल है। अगर हम AAP के साथ गठबंधन करते हैं तो हमारे मतदाता बीजेपी की तरफ चले जाएंगे।”
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस (NC) ने भी सभी 5 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। NC प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा:
- “हमारी पार्टी सभी सीटों पर अकेले लड़ेगी।”
बिहार में नीतीश कुमार, यूपी में जयंत चौधरी और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने भी अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।
निष्कर्ष:
पंजाब में AAP और कांग्रेस के बीच गठबंधन की संभावना खत्म हो गई है। दिल्ली में गठबंधन पर बातचीत जारी है, लेकिन AAP ने बिना गठबंधन के बीजेपी की राह आसान होने की चेतावनी दी है.