बोर्ड परीक्षाओं में बड़ा बदलाव: छात्रों को मिलेगा दो बार परीक्षा देने का विकल्प
नई दिल्ली: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को घोषणा की कि शैक्षणिक सत्र 2025-26 से छात्रों को कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा दो बार देने का विकल्प मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य छात्रों को तनाव मुक्त रखना और उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है।
यह बदलाव कैसे होगा:
- छात्रों को साल में दो बार बोर्ड परीक्षा देने का मौका मिलेगा।
- पहली परीक्षा साल के शुरुआती महीनों में होगी, जबकि दूसरी परीक्षा साल के अंत में होगी।
- छात्र अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी परीक्षा में बैठ सकते हैं।
- छात्रों को अपनी बेहतरीन परीक्षा के आधार पर अंक दिए जाएंगे।
इस बदलाव के फायदे:
- छात्रों को परीक्षा के लिए बेहतर तैयारी करने का मौका मिलेगा।
- छात्रों को परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त करने का मौका मिलेगा।
- छात्रों को परीक्षा के तनाव से मुक्ति मिलेगी।
इस बदलाव की आलोचना:
- कुछ लोगों ने इस बदलाव की आलोचना करते हुए कहा है कि इससे छात्रों पर बोझ बढ़ जाएगा।
- कुछ लोगों ने कहा है कि इससे परीक्षा प्रणाली और जटिल हो जाएगी।
सरकार का जवाब:
सरकार ने कहा है कि यह बदलाव छात्रों के हित में किया जा रहा है। सरकार ने कहा है कि इससे छात्रों को अपनी क्षमता का बेहतर प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा।