बीबीएन में 374 दवाओं के सैंपल फेल, विधानसभा में घमासान

बीबीएन में 374 दवाओं के सैंपल फेल, विधानसभा में घमासान

मुख्य बातें:

  • औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में पिछले एक साल में 374 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं।
  • विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान यह मुद्दा उठा।
  • स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जिनके सैंपल फेल हुए हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
  • 32 करोड़ रुपए की लागत से अल्ट्रा मॉडर्न लैब का निर्माण किया जा रहा है।
  • विधायकों ने दवाओं की गुणवत्ता पर चिंता जताई।

विवरण:

औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में पिछले एक साल में 374 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान यह मुद्दा उठा। शाहपुर के विधायक केवल पठानिया और सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार ने स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल से इस बारे में सवाल पूछे।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि जिन दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं, उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की गई है। कुछ कंपनियों को ब्लैक लिस्ट भी किया गया है। उन्होंने कहा कि दवा उद्योगों को कारण बताओ नोटिस भेजे गए हैं। दवाओं की गुणवत्ता जांचने के लिए अल्ट्रा मॉडर्न लैब को जल्द लोकार्पण किया जाएगा।

विधायकों ने दवाओं की गुणवत्ता पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि बार-बार दवाओं के सैंपल फेल होने की सूचनाएंं मिल रही हैं। उन्होंने सरकार से पूछा कि भविष्य में ऐसा न होए इसके लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा भारत सरकार की मदद से बद्दी में दवा परीक्षण प्रयोगशाला का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग में 39 औषधि निरीक्षक हैं जो इन विनिर्माण इकाइयों, बिक्री परिसरों और सरकारी अस्पतालों का निरीक्षण कर रहे हैं।

अन्य महत्वपूर्ण जानकारी:

  • दवाओं की गुणवत्ता जांचने के लिए अल्ट्रा मॉडर्न लैब के निर्माण पर 32 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
  • प्रदेश में कुल 677 दवा उद्योगों की इकाईयां हैं।
  • यदि कोई इकाई औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम 1940 का उल्लंघन करती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है।

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